Govt Ration Shop:भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के अंतर्गत देशभर के गांव, कस्बों और कॉलोनियों में “सरकारी राशन डिपो” या “सरकारी राशन की दुकानें” चलाई जाती हैं। ये दुकानें उन लोगों को सस्ता अनाज और खाद्य सामग्री मुहैया कराती हैं जो बीपीएल, एपीएल या अंत्योदय कार्डधारक होते हैं। आपने भी अपने गांव या मोहल्ले में किसी न किसी राशन डिपो को जरूर देखा होगा, जहां लोग सरकारी दरों पर चावल, गेहूं, चीनी, तेल आदि लेने जाते हैं।
कैसे खोल सकते हैं आप
यदि आप सरकारी राशन की दुकान खोलने का विचार कर रहे हैं तो यह एक शानदार अवसर हो सकता है। हर राज्य और जिले में समय-समय पर राशन डिपो के लिए वैकेंसी या नोटिफिकेशन जारी किए जाते हैं। जैसे हाल ही में हरियाणा सरकार ने अपने राज्य में नई राशन दुकानें आवंटित करने के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। इसी तरह अन्य राज्यों में भी समय-समय पर नोटिफिकेशन आते हैं। ऐसे में यदि आपके इलाके में अभी तक कोई सरकारी राशन डिपो नहीं है या डिमांड अधिक है, तो आप इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
योग्यता और पात्रता
सरकारी राशन की दुकान के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति की न्यूनतम आयु 21 वर्ष होनी चाहिए। आमतौर पर न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 10वीं पास मांगी जाती है, लेकिन कई राज्यों में ग्रेजुएशन को भी अनिवार्य कर दिया गया है। आवेदक के ऊपर किसी भी प्रकार का आपराधिक मुकदमा नहीं होना चाहिए और उसे एक ईमानदार नागरिक होना आवश्यक है। सरकार चाहती है कि राशन की दुकान का संचालन जिम्मेदारी और पारदर्शिता से हो।
कितनी होनी चाहिए इन्वेस्टमेंट?
राशन की दुकान खोलने के लिए आपके पास कम से कम ₹50,000 से ₹1 लाख तक की इन्वेस्टमेंट होनी चाहिए। इस राशि में स्टॉक खरीदना, गोडाउन किराया या निर्माण, गोदाम के अंदर प्रॉपर स्टोरेज की व्यवस्था, डिलीवरी से संबंधित छोटे-मोटे खर्च और लाइसेंस फीस आदि शामिल होते हैं। इसके अलावा आपके पास एक ऐसा गोडाउन होना चाहिए जो चूहों या नमी जैसी समस्याओं से सुरक्षित हो।
कौन-कौन से डॉक्यूमेंट्स जरूरी होते हैं?
सरकारी राशन डिपो के लिए अप्लाई करते समय आवेदक को अपना आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो), आय प्रमाण पत्र, एजुकेशन सर्टिफिकेट, बैंक स्टेटमेंट, पासपोर्ट साइज फोटो, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी देना आवश्यक होता है। अलग-अलग राज्यों में कुछ अतिरिक्त दस्तावेज भी मांगे जा सकते हैं, इसलिए नोटिफिकेशन को ध्यान से पढ़ना जरूरी होता है।
कैसे करें आवेदन?
राशन डिपो के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया ऑनलाइन नहीं होती। इसके लिए सबसे पहले संबंधित ब्लॉक या ज़िले में नोटिफिकेशन जारी होता है और फिर ब्लॉक स्तर पर सर्वे कराया जाता है। इस सर्वे में यह जांचा जाता है कि किस क्षेत्र में राशन की दुकान की ज़रूरत है। यदि आपके क्षेत्र में रिक्त स्थान है, तो ब्लॉक अधिकारी उस क्षेत्र के लोगों से आवेदन मांगते हैं। फिर सभी आवेदकों के डॉक्यूमेंट्स की जांच की जाती है और पात्रता के आधार पर एक व्यक्ति को डिपो आवंटित किया जाता है।
शहरी क्षेत्रों में राशन कार्ड यूनिट के हिसाब से दुकानें तय होती हैं, जैसे कि 2000 यूनिट पर एक दुकान। ऐसे में सर्वे के आधार पर यह भी तय किया जाता है कि उस यूनिट में पहले से दुकान है या नहीं।
कितनी होती है कमाई?
सरकारी राशन डिपो से होने वाली कमाई पूरी तरह इस बात पर निर्भर करती है कि आप कितने कार्डधारकों को सेवा दे रहे हैं और आप कितना राशन डिस्ट्रिब्यूट कर रहे हैं। राशन की दुकान पर मिलने वाले सामानों—जैसे चावल, गेहूं, दाल, चीनी, तेल आदि पर सरकार की ओर से एक निर्धारित कमीशन दिया जाता है। यह कमीशन प्रति क्विंटल या यूनिट के हिसाब से अलग-अलग हो सकता है और अलग-अलग राज्यों में इसकी दरें भी अलग हो सकती हैं।
आप जितना अधिक स्टॉक वितरण करेंगे, उतनी अधिक आपकी कमाई होगी। औसतन एक मध्यम स्तर की सरकारी राशन दुकान ₹15,000 से ₹40,000 तक की मंथली इनकम जनरेट कर सकती है।
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FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
Q. क्या राशन डिपो के लिए ऑनलाइन आवेदन होता है?
A. नहीं, वर्तमान में अधिकांश राज्यों में प्रक्रिया ऑफलाइन होती है, लेकिन यदि भविष्य में ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू होती है तो आपको राज्य की खाद्य आपूर्ति विभाग की वेबसाइट पर जानकारी मिल जाएगी।
Q. क्या कोई महिला भी राशन डिपो ले सकती है?
A. हां, कोई भी पात्र महिला इस बिजनेस के लिए आवेदन कर सकती है। कई राज्यों में महिलाओं को प्राथमिकता भी दी जाती है।
Q. क्या सरकार राशन डिपो के लिए सब्सिडी देती है?
A. सरकार सब्सिडी नहीं देती लेकिन राशन का स्टॉक उधारी में मिलता है और बिक्री के बाद भुगतान किया जाता है।
Q. एक गांव में कितने डिपो खोले जा सकते हैं?
A. यह इस बात पर निर्भर करता है कि गांव में कितने राशन कार्डधारी हैं। यूनिट की संख्या के हिसाब से डिपो आवंटित किए जाते हैं।
निष्कर्ष
यदि आप अपने गांव या कस्बे में एक स्थायी और सम्मानजनक व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं तो सरकारी राशन डिपो एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। इसमें ना सिर्फ सरकारी सहयोग मिलता है बल्कि समाज की सेवा करने का अवसर भी मिलता है। यदि आप पात्रता रखते हैं और सरकार की शर्तों को पूरा करते हैं, तो निश्चित रूप से आप एक सरकारी राशन की दुकान खोलकर अच्छी खासी आमदनी कर सकते हैं।